एनटीपीसी विंध्याचल में वरिष्ठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों हेतु हिंदी कार्यशाला का किया गया आयोजन
मुहम्मद इमरान बक्शी (एडिटर/चीफ)
एनटीपीसी विंध्याचल में राजभाषा अनुभाग द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों हेतु हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का शुभारंभ परियोजना के प्रशासनिक भवन के सी वी रमन सभागार में दिनांक 23.06.2023 को किया गया। कार्यशाला के दौरान संकाय सदस्य के रूप में सेवानिवृत राजभाषा अधिकारी(बीएमएल) श्री सुरेश गिरि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का उदघाटन मुख्य अतिथि परियोजना प्रमुख(विंध्याचल) श्री ई सत्य फणि कुमार, महाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण) श्री राजेश भारद्वाज एवं उपस्थित अन्य अतिथिगणों द्वारा परंपरागत ढंग से किया गया।
सर्वप्रथम कार्यशाला में मुख्य अतिथि परियोजना प्रमुख(विंध्याचल) श्री ई सत्य फणि कुमार, महाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण) श्री राजेश भारद्वाज एवं सेवानिवृत राजभाषा अधिकारी(बीएमएल) श्री सुरेश गिरि का पुष्पगुच्छ प्रदान कर अभिनंदन किया गया।
परियोजना प्रमुख(विंध्याचल) श्री ई सत्य फणि कुमार नें अपने उद्बोधन में कार्यशाला की प्रशंसा करते हुये कहा कि इस कार्यशाला से हम सभी को कार्यालयीन काम-काज को करने में सहायता मिलेगी। श्री गिरि द्वारा बताए गए राजभाषा नीति, संसदीय राजभाषा निरीक्षण से संबंधित जानकारी से हमारी परियोजना को लाभ मिलेगा एवं संसदीय राजभाषा निरीक्षण को सफलता पूर्वक सम्पन्न कराने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) श्री प्रबीर कुमार बिस्वास नें श्री गिरि के बारे में विस्तार से बताया तथा हिंदी के महत्व एवं राजभाषा नीति के विषय में संछिप्त जानकारी दी। उन्होने कहा कि यह विशेष हिंदी कार्यशाला हिंदी के प्रचार प्रसार हेतु बहुत ही उपयोगी है और इस तरह की कार्यशाला से हम सभी मेँ हिंदी के प्रति अभिरुचि बढ़ेगी।
कार्यशाला के दौरान संकाय सदस्य के रूप में उपस्थित श्री गिरि ने कार्यालयीन कार्यों में हिंदी का प्रयोग, संसदीय राजभाषा संबंधी निरीक्षण, स्वर्ण शक्ति अवार्ड, राजभाषा के संवैधानिक उपबंध संबंधी– राजभाषा नीति, राजभाषा अधिनियम, राजभाषा का महत्व, सयुंक्त राष्ट्र संघ में हिंदी, हिंदी के वर्तनी के मानकीकरण आदि विषयों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
इस विशेष हिंदी कार्यशाला में महाप्रबंधक(मानव संसाधन) श्री प्रबीर कुमार बिस्वास, अन्य सभी महाप्रबंधकगण, वरिष्ठ अधिकारिगण, राजभाषा कार्यान्वयन समिति के नोडल अधिकारियों के साथ-साथ अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहें।