देश समाचार
सोनभद्र
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों के साथ 20 मार्च 2023 से 3 अप्रैल 2023 तक पांचवां पोषण पखवाड़ा मना रहा है।
इसी क्रम मे घोरावल परियोजना के शाहगंज एवं झकाही सेक्टर के आशाताली में प्रधान प्रतिनिधि अनुज कुमार जी के उपस्थिति मे इस कार्यक्रम की शुरुवात की गई जिसमे बाल विकाश परियोजना अधिकारी हरी मोहन मुख्य सेविका माधुरी सिंह समेत पिरामल फाउंडेसन की टीम ने सहयोग किया पाखवाड़ा का उद्देश्य, जन आंदोलन और जन भागीदारी के माध्यम से पोषण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना और खाने की स्वस्थ आदतों को बढ़ावा देना है। पोषण पखवाड़ा 2023 की थीम है- “सभी के लिए पोषण: एक साथ, स्वस्थ भारत की ओर।” 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मोटे अनाज वर्ष के रूप में घोषित होने के साथ, इस वर्ष पोषण पखवाड़ा का केंद्र-बिंदु, कुपोषण को दूर करने के लिए एक मूल्यवान संपत्ति के रूप में ‘श्री अन्न’ -जिसे सभी अनाजों की जननी कहा जाता है- को लोकप्रिय बनाने पर बल दिया जा रहा है।
इस कार्यक्रम के अंतरगत गोदभराई, अन्नप्राशन, पोषण सम्बंधित जानकारियाँ, स्वच्छता से सम्बंधित जानकारियाँ पेश की गई ।
पिरामल फाउंडेशन से डिस्ट्रिक्ट लीड अनुप्रिया सिंह ने सही पोषण को परिवार से जोड़ते हुए सभी का ध्यान आकर्षित किया। वहीं UP-TSU से आई आभा पटेल ने परिवार नियोजन के बारे में सभी लाभार्थियों को जानकारी दी। गांधी फ़ेलो नितीश झा ने सेशन में लगी प्रदर्शिनी हेतु सामग्री का फायदा बताते हुए आम जीवन में इनके प्रयोग को लेकर अपनी बात रखी। कार्यक्रम में उपस्थित ASHA तथा ANM ने क्रमशः सुमन-K और ईज़ी पिल्स के विषय में जानकारी साझा की। इन कार्यक्रमों के माध्यम से लाभार्थियों में जनजागरूकता का काम किया जा रहा है और बच्चों, गर्भवती महिलाओं तथा कोशोरियों के पोषण को बढ़ावा दिया जा रहा है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से अब तक लगभग 200 लोगों को प्रेरित किया जा चुका है। अंत में कार्यक्रम “सही पोषण देश रोशन” के नारे के साथ समाप्त हुआ। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सावित्री, जीवनी, अनीता, किरण, बबीता, ममता, उषा आदि आंगनवाड़ियों का प्रमुख योगदान रहा।