मुहम्मद इमरान बक्शी (एडिटर/चीफ)
पूर्वांचल नव निर्माण मंच ने आनलाइन की है शिकायत।
सोनभद्र, सदर तहसील के लोढ़ी गांव में वाराणसी शक्ति नगर राज मार्ग से सटे जिस जमीन को वन विभाग ने वन भूमि बताकर उक्त भूमि पर अवैध अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दिया था साल 2019 मे। उस जमीन का बैनामा किसी के नाम से किये जाने का मामला जनपद में चर्चा का विषय बना हुआ है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए पूर्वांचल नव निर्माण मंच के नेता श्रीकांत त्रिपाठी तथा गिरीश पाण्डेय ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर आनलाइन शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि सदर तहसील के लोढ़ी गांव में वन विभाग की भूमि आराजी संख्या 951 क, पर अवैध कब्जा करने का मामला मार्च 2019 में प्रकाश में आया था।
जिसपर कारवाई करते हुए तत्कालीन डीएफओ संजीव कुमार सिंह तथा वन अधिकारियों ने तत्कालीन नगरपालिका परिषद रावर्रटसगंज अध्यक्ष विरेन्द्र कुमार जायसवाल सहित तीन लोगों के खिलाफ वन भूमि पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए सोनभद्र पुलिस को नामजद तहरीर दिया था उचित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए। तब अवैध कब्जा करने का काम तो रोक दिया गया था लेकिन वन विभाग द्वारा नामजद कब्जा दारों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
नेता द्वय ने शिकायत पत्र में बताया कि नामजद लोगों पर मुकदमा दर्ज नहीं किये जाने का दुष्परिणाम आज देखने को मिल रहा है कि कागज़ी हेराफेरी कर उसी चौहद्दी वाली वन भूमि को किसी के नाम बैनामा कर दिया गया। नेता द्वय ने यह भी आरोप लगाया कि खारिज दाखिल में आपत्ति पड़ने के बावजूद तहसील प्रशासन खारिज दाखिल की प्रक्रिया में तेजी दिखा रहा है। नेता द्वय ने उक्त मामले में जिलाधिकारी सोनभद्र चन्द्र विजय सिंह का ध्यानाकर्षण कराते हुए मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच समिति बनाकर जांच कराने की मांग किया है। ताकि राजस्व की करोड़ों की जमीन को कब्जा होने से बचाया जा सके