
सुरेश यादव(संवाददाता)
देश समाचार (चोपन/ सोनभद्र)- नवरात्रि के अंतिम दिन गुरूवार को नगर के पश्चिम पहाड़ी पर स्थित काली मंदिर पर विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी जय माँ काली सेवा समिति के सौजन्य से विशाल भंडारे का आयोजन किया गया इसके पूर्व सुबह माँ काली का भव्य श्रृंगार किया गया तत्पश्चात हवन पूजन के बाद नौ कन्याओं के पूजन के साथ विशाल भंडारे का आयोजन हुआ जिसमें नगर सहित आसपास के हजारों लोगों ने माता रानी का प्रसाद ग्रहण किया भंडारा सुबह दस बजे शुरू हुआ जो सायं चार बजे तक चला इस दौरान नगर के लोगों का भंडारे में भरपूर सहयोग मिला| बताते चलें कि नगर के पश्चिम पहाड़ी पर स्थित माँ काली मंदिर से लोगों का अगाद्ध भावना जुड़ी हुई है यह मंदिर लगभग 60 वर्ष पूराना है पहले यहाँ एक झोपड़ी नुमा मंदिर में माँ काली की मूर्ति रखकर लोग पूजा करते थे धिरे धिरे लोगों का जुड़ाव माँ काली से बढ़ता गया फिर लगभग 18 वर्ष पूर्व नगर के कुछ नवयुवक जय माँ काली सेवा समिति का गठन कर मंदिर के व्यापक विकास में जुट गये फिर क्या माँ काली के आशीर्वाद से और लोगों के सहयोग से आज मंदिर का स्वरूप बरबस ही भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करता है लोग बताते हैं कि माँ काली के दरबार में बहुत शक्ति है यदि सच्चे मन से अपनी अर्जी लगाते हैं तो निश्चित ही मन्नत पूरी होती है वर्तमान समय में काली मंदिर प्रांगण में शितला देवी मंदिर, राधा कृष्ण मंदिर, भोले नाथ का मंदिर स्थापित है साथ ही एक सुंदर पार्क भी मौजूद है जहाँ लोग बाग दर्शन पूजन के पश्चात पार्क में मौजूद मनोरंजन के विभिन्न संसाधनों के साथ परिवार सहित आनंद प्राप्त करते हैं वहीं नगर के सबसे ऊंचा स्थान होने की वजह से चारों तरफ का सौंदर्य लोग अपने कैमरे में कैद करना नहीं भूलते | वर्तमान में समिति के अध्यक्ष हिरालाल वर्मा ने बताया कि नवरात्रि के पावन दिनों में भक्तों के सहयोग से प्रतिदिन माता का भोग लगता है पूरे मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है मंदिर में आने वाले भक्तों को कोई परेशानी न हो इसके लिए हर प्रकार सुविधा रखी गई है| भंडारे के दौरान मुख्य रूप से हिरालाल वर्मा,अशोक सिंह,ध्यान सिंह, संजय जैन, संदीप अग्रवाल, उस्मान अली, लल्लू श्रीवास्तव, शुसील पाण्डेय, दिनू गोयल,सुरेश जायसवाल, विवेक तिवारी, प्रदीप अग्रवाल, सत्यप्रकाश तिवारी, आजय कुमार, सियाराम तिवारी, अशोक सिंघल, दिना सेठ, दिनेश पाण्डेय, अनीस अहमद,अमीत , अजय सुद, पन्नालाल अग्रहरी आदि मौजूद रहे संचालन दिव्य विकास सिंह विट्टू ने किया।