एनटीपीसी-विंध्याचल में संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर जी का धूमधाम से मनाया गया जयंती समारोह
मुहम्मद इमरान बख्शी (चीफ एडिटर)
देश समाचार (सोनभद्र/ब्यूरो)एनटीपीसी विंध्याचल के एससी एसटी एम्प्लाईज़ वेल्फेयर एसोसिएशन के द्वारा भारत सरकार के दिशानिर्देशानुसार संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर जी की 132वी जयंती समारोह का आयोजन उमंग भवन सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन बाबा साहब अंबेडकर को नमन करने के लिए किया गया। इस अवसर पर अवसीय परिसर में स्थित स्कूलों एवं परिवारजनों हेतु विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
इसी कड़ी में दिनांक 12.04.2023 को कार्यकारी निदेशक(विंध्याचल) श्री सुभाष चन्द्र नायक, मुख्य महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) श्री ई सत्य फनी कुमार द्वारा सभी विभागाध्यक्षों की उपस्थिती में मुक्ताकाश रंगशाला विंध्यनगर मे डॉ. भीम राव अंबेडकर जी की मूर्ति का अनावरण किया गया ।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य महाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण) श्री ई सत्य फनी कुमार, उपाध्यक्षा सुहासिनी संघ श्रीमती सरोजा फनी कुमार, नें महाप्रबंधकगण, अन्य अतिथिगण, अध्यक्ष(एससी/एसटी एसोसिएशन) श्री श्यामलाल राम और महासचिव(एससी/एसटी एसोसिएशन) श्री योगेश कुमार की उपस्थिती में बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर एनटीपीसी गीत के साथ किया। तत्पश्चात इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा हर्षोल्लास के साथ केक भी काटा गया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि मुख्य महाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण) श्री ई सत्य फनी कुमार ने भी डॉ. अंबेडकर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। साथ ही उन्होनें कहा कि समाज को नई दिशा दिखाने और लोगों को उनके मौलिक अधिकारों का बुनियादी ढांचा बनाने में भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर का अहम योगदान रहा । आज उनके बनाए संविधान पर देश उत्तरोतर कार्य कर अपनी नई पहचान बना रहा है । जरूरत है डॉ. अंबेडकर के आदर्शों को आत्मसात कर उनके दिखाये हुये रास्ते पर चलने का। बाबा साहब ने दलित बौद्ध आन्दोलन को प्रेरित किया और दलितों से सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया तथा महिलाओं के अधिकारों का समर्थन भी किया। डॉ. भीम राव अंबेडकर साहब स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मन्त्री व भारतीय संविधान के जनक एवं भारत गणराज्य के निर्माताओं में से एक थे। डॉ. भीम राव अम्बेडकर साहब को “भारत के संविधान का पिता” के रूप में मान्यता प्राप्त है। मै आज के इस पावन दिवस पर बाबा साहब को शत शत नमन करता हूँ।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में आवासीय परिसर के डीपीएस, डी-पॉल, एवं सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल के छात्र-छात्राओं ने एकता व अखंडता पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियाँ दीं जिसे उपस्थित दर्शकों द्वारा सराहा गया।
इसके पूर्व एससी एसटी एम्प्लाईज़ वेल्फेयर एसोसिएशन द्वारा प्रातः 7.00 बजे से प्रभातफेरी का भी आयोजन किया गया। यह प्रभातफेरी मुक्ताकाश रंगशाला से शुरू होकर लेकपर्क, ईडी बंगला, एनएच-2(बीएवं सी), मंदिर परिसर, सरस्वती स्कूल, मुन्ना गराज, मंगल आटा चक्की, एनएच-3 (बी एवं सी) से होते हुये वापस मुक्ताकाश रंगशाला पर समाप्त हुई। इस प्रभातफेरी में सभी अधिकारीगण, कर्मचारीगण एवं उनके परिवारजनों के साथ-साथ स्कूली बच्चों नें भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया।
कार्यक्रम के समापन के पूर्व विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा पुरस्कार प्रदान कर प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर परियोजना के महाप्रबंधकगण, यूनियन एवं एसोशिएशन के पदाधिकारीगण, विद्यालयों के प्राचार्य एवं छात्र-छात्रायें भारी संख्या में मौजूद रहे ।
कार्यक्रम का सफल संचालन महासचिव(एससी/एसटी एसोसिएशन) श्री योगेश कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन अध्यक्ष(एससी/एसटी एसोसिएशन) श्री श्यामलाल राम द्वारा किया गया।