मुहम्मद इमरान बख्शी(चीफ एडिटर)
देश समाचार (सोनभद्र/रेणुकूट) दिनांक 4 मार्च। शनिवार दिनांक 4 मार्च को हिण्डाल्को अस्पताल में 16वें वार्षिक मेडिकल कॉन्फ्रेंस का विधिवत शुभारंभ हुआ। प्रारंभ में हिण्डाल्को अस्पताल के सीएमाओ डॉ. भास्कर दत्ता ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों, बाहर से पधारे मेडिकल विशेषज्ञों एवं अस्तपाल के चिकित्सकों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि हिण्डाल्को क्लस्टर के सीओओ श्री एन. नागेश ने विशिष्टि अतिथि हिण्डाल्को क्लस्टर एचआर हेड श्री जसबीर सिंह, डॉ.. भास्कर दत्ता, बी.एम. बिड़ला हार्ट रिसर्च सेंटर कोलकाता से पधारे वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ एवं शल्य चिकित्सका डॉ.. मनोज डागा एवं पूर्वाचंल नेत्रालय एवं रेटीना केयर सेंटर वाराणसी से पधारे नेत्र चिकित्सक डॉ.. अखिलेश पाण्डेय व अन्य चिकित्सकों के साथ विधिवत दीप प्रज्जवलित करके कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ किया। इस अवसर पर श्री नागेश ने कहा कि हृदय और नेत्र दोनो ही हमारे शरीर के बहुत महत्वपूर्ण अंग है और इस कॉन्फ्रेंस के दौरान आयोजित हो रहे वर्कशॉप में बाहर से पधारे विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा यहां के हृदय एवं नेत्र रोगियों की जांच की जा रही है वह यहां के निवासियों के लिए अत्यंत लाभदायक है।
श्री जसबरी सिंह ने कहा कि हिण्डाल्को अस्पताल और सीएसआर की टीम यहां के सुदूरवर्ती गांवों में तथा रेणुकूट क्षेत्र में समय पर मेडिकल कैम्प का आयोजन कर उन्हें नेत्र शल्य चिकित्सा से लेकर विभिन्न रोगों के इलाज में जो लाभ पहुंचा रही है वह अनुकरणीय है और इसी कारण यहां के लोग और सुदूरवर्ती गांव के लोग हिण्डाल्को से और भी विशेष जुड़ाव महसूस करते हैं।
इस अवसर पर डॉ.. मनोज डागा एवं डॉ.. अखिलेश पाण्डेय ने क्रमशः हृदय रोग एवं विटेरो रेटिनल डीजीज़ के निवारण एवं उपचार के क्षेत्र में हुई प्रगति की जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान डॉ.. भास्कर दत्ता ने डॉ.. डागा एवं डॉ.. अखिलेश पाण्डेय को शाला ओढ़ा कर अभिनंदन किया वही प्रारंभ में डॉ.. अजय गुगलानी ने श्री नागेश को, डॉ. प्रेमलता यादव ने श्री जसबीर सिंह को डॉ. राकेश शर्मा ने डॉ. भास्कर दत्ता को डॉ. नीलम त्रिपाठी ने डॉ.. मनोज डागा को तथा डॉ. अमिय ने डॉ.. अखिलेष पाण्डेय को गुलदश्ता भेंट कर अभिनंदन किया।
कार्यक्रम का संचालन हिण्डाल्को अस्पताल के नेत्र चिकित्सक डॉ.. हारिश अंसारी ने किया। कार्यक्रम के दौरान हिण्डाल्को अस्पताल के समस्त चिकित्सक एवं पैरा मेडिकल स्टाफ उपस्थित रहा। रविवार दिनांक 5 मार्च को कॉन्फ्रेंस के अंतिम दिन बाहर से पधारे विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञ अपने-अपने प्रपत्र प्रस्तुत करेंगे।