शांति ही मन की अद्भुत क्रांति है-श्री देवी प्रसाद जी महाराज
विशाल भण्डारे के साथ भव्य भजन संध्या व गुरुवाणी ने कार्यक्रम में बाँधा समा
देश समाचार (सोनभद्र/ओबरा )। स्थानीय नगर स्थित माँ शारदा शक्तिपीठ मन्दिर पर बंसत पंचमी के अवसर पर मैहर स्थित मां शारदा सिद्ध शक्तिपीठ के पूर्व प्रधान पुजारी श्रीदेवी प्रसाद पाण्डेय व प्रधान पुजारी श्रीपवन जी महाराज(दाऊ सरकार)के आगमन पर गाजे बाजे और फुलमाला पहनाकर भव्य स्वागत किया गया।बसन्त पंचमी पर मैहर के पूर्व प्रधान पुजारी श्री श्री 108 श्रीदेवी प्रसाद जी महाराज के मंच पर विराजमान होते ही गुरु वंदना की प्रस्तुति ने भजन गुरुवाणी कार्यक्रम में समा बांध दिया। मां शारदे पूजनोत्सव और आरती के बाद श्रीपाण्डेय ने कहा कि उन्हें लोगों की जागृति और प्रेम अपनी ओर खींच लाती है। कहा कि मां बंदगी के लिए अपने भीतर भजन करना जो आत्मविश्वास के साथ हो। ईश्वर परमात्मा का मोल अटूट है। जो सिर्फ भरोसा पर टिका है। जिसको आपसे सुख मिलता है वह पल भर में आपके सुख को दुख में बदल देगा। इसलिए भजन को मन सेे भजो आनंद मिलेगा। इसके बाद उन्होंने अपने भजनों की प्रस्तुति में “मां के नाम का भरोसा करके देख ले – भरोसा मिल जाएगा” , “राम राम रटते रहो – सुबह सबेरे उठकर”, “अर्जी लगाना हमारी मर्जी – सुनो ना सुनो तुम्हारी मर्जी”, “मन से बोलो राम – तन से करो काम – बोलो जय सिया राम”, “मै तो मां का हो गया – मईया मोरी हो गई”, “बता दे मोहे – कौन गली गये श्याम” सहित दर्जनों प्रस्तुति ने श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। उनके भजनों को सुन श्रोता मंत्रमुग्ध हो गये।उपस्थित भक्तों से प्रधान पुजारी ने कहा कि आध्यात्म ही जीवन का आधार है। मनुष्य आध्यात्मिक शक्ति व प्रेम के माध्यम से ईश्वर की कृपा प्राप्त कर सकता है। बिना भक्त के भक्ति नहीं होता है। जब संसार नहीं दिखता है तब ईश्वर दिखता है। जब ईश्वर दिखता है तब संसार नहीं दिखता है। भक्तों से मां शारदा के चरणों में ध्यान करने की बात कहते हुए बताया कि संसार में सभी के कल्याण के लिए कार्य करें व पुण्य के भागी बने। मां शारदा आदिशक्ति सभी विघ्न बाधाओं को दूर करती हैं।इस दौरान सीताराम अग्रहरि, वीरेंद्र सिंह बैरागी,शिवजी अग्रहरि,जयनारायण अग्रहरि,ताड़केश्वर केशरी,सूर्यनरायन अग्रहरि, जेपी केशरी,देवेंद्र केशरी,संतोष अग्रहरि,लवकुश अग्रहरि,प्रदीप अग्रहरि,अरुण अग्रहरि,उमाशंकर अग्रहरि,विनोद केशरी,राकेश अग्रहरि(बबलू) सहित सैकड़ों भक्तजन उपस्थित रहे।