बनवासी सेवा आश्रम में आयोजित विधार्थी संगीति कार्यकर्म को संबोधित करते साहित्यकार :-अजय शेखर
ब्यूरोचीफ (देश सामाचार)
म्योरपुर/ सोनभद्र
अंत्याक्षरी,भाषण,नाटक, के जरिए छात्रों ने दिखाई प्रतिभा, स्थानीय ब्लॉक क्षेत्र के वनवासी सेवा आश्रम के विचित्रा महाकक्ष में बुधवार को माता पुष्पावती देवी और स्वर्गीय जज प्रेम सिंह की स्मृति में दो दिवसीय विद्यार्थी संगीति का आयोजन दीप प्रज्ज्वलित कर आश्रम के अध्यक्ष साहित्यकार अजय शेखर के कर कमलों के माध्यम से किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री शेखर ने कहा कि कोरोना के वजह से हम लोग नहीं मिल पाए थे लेकिन आज दो साल के बाद पुन मिले है साथ ही कहा की जीवन में कभी आलस्य और अपने से बड़े लोगो की अवज्ञा नही करना चाहिए।जीवन संघर्ष से भरा है।उन्होंने छात्रों का आह्वान किया कि अच्छी किताबो का अध्ययन करे जिससे व्यक्तित्व का विकास हो और जो गीत संगीत है वह समाज को दिशा देने वाला हो। श्री शेखर ने एक दोहे से अंत्याक्षरी प्रतियोगिता कार्यक्रम का शुरुआत किया। इस कार्यक्रम में प्राइमरी, जूनियर हाईस्कूल और हाई स्कूल के बच्चो ने प्रतिभाग किया।इस आयोजन में क्रमशः ग्राम पंचायत और सामान्य ज्ञान विषय पर क्विज प्रतियोगिता,समूह गीत प्रतियोगिता, एकांकी प्रतियोगिता,सुलेख प्रतियोगिता और कनिष्ठ और वरिष्ट वर्ग के बच्चो का अंत्याक्षरी प्रतियोगिता,नाटक, कार्यक्रम होना है।कार्यक्रम ने निर्णायक की भूमिका में जयंत कुमार,सुभाष चंद्रा और के आर गुप्ता रहे। कार्यक्रम का संचालन देवनाथ सिंह ने किया।कार्यक्रम में मुख्य रूप से शुभा प्रेम,विमल सिंह, दिवाकर,सर्वजीत सिंह,ओंकार नाथ पांडेय,इंदुबाला,नेहा सिंह,प्रमोद शर्मा, दिलीप सिंह,सहित,विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाध्यापक,शिक्षक,शिक्षिकाए आश्रम कार्यकर्ता और सैकड़ों की संख्या में बच्चे उपस्थित रहे।