एनसीएल अमलोरी में एम-सैंड पर आयोजित की गयी जागरूकता संगोष्ठी*
हितग्राहियों/ उपभोक्ताओं को अधिभार से निर्मित रेत पर दी गयी विस्तृत जानकारी
*एनसीएल अमलोरी में एम-सैंड पर आयोजित की गयी जागरूकता संगोष्ठी*
*हितग्राहियों/ उपभोक्ताओं को अधिभार से निर्मित रेत पर दी गयी विस्तृत जानकारी*
मुहम्मद इमरान बख्शी (चीफ एडिटर)
देश समाचार सोनभद्र/सिंगरौली)शनिवार को नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के अमलोरी क्षेत्र में अधिभार से निर्मित रेत (एम सैंड) के प्रति हितधारकों / उपभोक्ताओं को जागरूक करने और निर्माण प्रक्रिया में इसके उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम के दौरान महाप्रबंधक, अमलोरी श्री सतीश झा , महाप्रबंधक(अनुसंधान एवं विकास), एनसीएल श्री पीडी राठी, महाप्रबंधक(सिविल), एनसीएल श्री एके सिंह, महाप्रबंधक(एम&एस), एनसीएल श्री सुनील कुमार रॉय , एमएसटीसी प्रतिनिधि श्री गौरव मिश्रा ,सिंगरौली चेंबर ऑफ कॉमर्स तथा उर्जांचल व्यापार संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों सहित बड़ी संख्या में हितधारक उपस्थित रहे ।
इस अवसर पर अमलोरी क्षेत्र में अधिभार से तैयार की गयी रेत (एम सैंड) की ई-नीलामी प्रक्रियाओं तथा अन्य संबंधित जानकारियाँ दी गयीं । इसके साथ ही इस रेत की गुणवत्ता व अन्य तकनीकी जानकारियाँ भी सम्भावित उपभोक्ताओं के साथ साझा की गयीं जिससे अधिक से अधिक लोग इसे उपयोग में ला सकें ।
ग़ौरतलब है कि एनसीएल के अमलोरी क्षेत्र में भारत सरकार की पर्यावरण संरक्षण तथा ‘वेस्ट टू वेल्थ’ मुहिम से प्रेरणा लेते हुए अधिभार से रेत निर्माण संयंत्र की स्थापना की गयी है । इस संयंत्र के माध्यम से प्रति दिन 1429 क्यूबिक मीटर अधिभार से 1000 क्यूबिक मीटर रेत बनाई जाएगी । यह रेत ई-नीलामी के माध्यम से उपभोक्ताओं तक पहुँचाई जाएगी जिसका मूल्य बाजार में उपलब्ध रेत से काफी कम रखा गया है। ई-नीलामी के लिए एनसीएल ने एमएसटीसी लिमिटेड (मेटल स्क्रैप ट्रेड कॉर्पोरेशन लिमिटेड, भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली एक मिनीरत्न कंपनी) के साथ एमओयू किया है ।